तू कहे तो चाँद ला दूँ
तू कहे तो तारे भी
तू कहे तो काली छा में
बिन दूँ जुगनू सारे भी
तू कहे तो धूप छानूँ
दे दूँ तुझको प्याले में
तू कहे तो रंग सातों
डाल दूँ तेरे थाले में
तू कहे तो साज़ बाँधूँ
सुर सजा दूँ गाऊँ भी
जल उठें फिर बुझ भी जाएँ
दीप हो मल्हार भी
तू कहे तो उड़ भी आऊँ
तू कहे तो बह चलूँ
तू कहे तो अड़ ही जाऊँ
तू कहे तो ढह चलूँ
तू कहे तो एक बस है
तू कहे तो सब कमी
तू कहे, जो भी कहे तू
तेरे तो हैं बस हमीं
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